Menu
blogid : 2017 postid : 9

कुछ सोच लें ज़रा प्रकृति की भी ………..

LOTUS......
LOTUS......
  • 34 Posts
  • 196 Comments

image1
भर के नैनो में अश्रु सागर ,धरती ने की आज विनती
यदि होता रहा यही आगे तो होगी न तेरी गिनती
तपती धरती सुखा आसमान रह जाएगी तेरी पहचान
रे मानव! तू क्यों बैठा है प्रकिती के कोप से अन्जान?
वृक्छ लगाओ वृक्छ लगाओ नारा हुआ पुराना
पेड़ लगाया बाग बसाया,कर के बतलाना होगा
बहुत हल्ला मचा लिया विश्व पर्यावरण दिवस पर
अब तो कुछ सार्थक करना होगा हमको प्रत्येक दिवस पर .

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh